भारत में पशुपालन और डेयरी उद्योग ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है। इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार एसबीआई पशुपालन लोन योजना 2025 लेकर आई है। इस योजना के तहत किसानों और पशुपालकों को गाय और भैंस पालन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
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योजना का उद्देश्य
- दूध उत्पादन में वृद्धि: देश में दूध उत्पादन को बढ़ावा देना।
- रोजगार सृजन: ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना।
- आय में वृद्धि: किसानों की आय को बढ़ाना।
- गुणवत्ता सुधार: उच्च गुणवत्ता वाले दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करना।
- आत्मनिर्भरता: डेयरी क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाना।
लोन विवरण
- लोन राशि: ₹50,000 से ₹5,00,000 तक
- ब्याज दर: 4% से 7% प्रति वर्ष
- भुगतान अवधि: 3 से 7 वर्ष
- सब्सिडी: 25% से 33% तक (राज्य और श्रेणी के अनुसार)
योग्यता एवं आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक किसान या पशुपालक होना चाहिए।
- आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात, पशुपालन योजना दस्तावेज आवश्यक।
आवेदन प्रक्रिया
- ऑनलाइन आवेदन: एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफलाइन आवेदन: नजदीकी बैंक शाखा में जाकर फॉर्म भरें।
पशुपालन के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
- पौष्टिक आहार: संतुलित और पोषक आहार देना आवश्यक।
- साफ पानी: पशुओं को स्वच्छ और ताजा पानी प्रदान करें।
- टीकाकरण: नियमित टीकाकरण कराएं।
- स्वच्छता: पशुशाला को स्वच्छ रखें।
- नियमित जांच: पशुओं की समय-समय पर जांच कराएं।
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दूध संग्रह एवं विपणन
- दूध संग्रह केंद्र: गांव स्तर पर संग्रह केंद्र स्थापित किए गए हैं।
- कोल्ड चेन सुविधा: दूध संरक्षण के लिए कोल्ड चेन की सुविधा उपलब्ध।
- गुणवत्ता परीक्षण: दूध की गुणवत्ता की नियमित जांच होती है।
- मूल्य निर्धारण: दूध का उचित मूल्य तय किया जाता है।
- प्रशिक्षण: किसानों को दुग्ध उत्पादन और विपणन का प्रशिक्षण दिया जाता है।
एसबीआई पशुपालन लोन योजना 2025 किसानों और पशुपालकों के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का एक बेहतरीन अवसर है। यदि आप भी पशुपालन व्यवसाय को बढ़ाना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ उठाएं।