रेलवे स्टेशनों के बोर्ड पर क्यों लिखी होती है ‘समुद्र तल से ऊंचाई’? जाने वजह…, आपने कभी गौर किया है कि रेलवे स्टेशनों के बोर्ड पर स्टेशन के नाम के साथ-साथ ‘समुद्र तल से ऊंचाई’ भी लिखी होती है? क्या आप जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है?
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इसका मुख्य कारण है:
- ट्रेन ऑपरेशन: यह जानकारी ट्रेन चालकों और रेलवे इंजीनियरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है। जब ट्रेन ऊंचाई वाले इलाकों से गुजरती है, तो ट्रेन के इंजन को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इस जानकारी के आधार पर, ट्रेन की गति को नियंत्रित किया जाता है ताकि इंजन को अधिक दबाव न पड़े और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
- रेलवे ट्रैक का ढलान: समुद्र तल से ऊंचाई जानकर, रेलवे इंजीनियर रेलवे ट्रैक के ढलान को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। यह जानकारी ट्रैक रखरखाव और नए ट्रैक बनाने में भी मदद करती है।
- भूगोल और जलवायु: विभिन्न स्थानों की समुद्र तल से ऊंचाई जानकर, भूगोल और जलवायु संबंधी अध्ययनों में भी मदद मिलती है।
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समुद्र तल से ऊंचाई क्यों मापी जाती है?
- मानक माप: समुद्र तल को एक मानक माप के रूप में लिया जाता है क्योंकि यह धरती पर सबसे स्थिर बिंदुओं में से एक है।
- तुलना: विभिन्न स्थानों की ऊंचाई को समुद्र तल से मापकर उनकी तुलना करना आसान हो जाता है।
निष्कर्ष:
रेलवे स्टेशनों पर लिखी ‘समुद्र तल से ऊंचाई’ की जानकारी सिर्फ एक संख्या नहीं होती है, बल्कि यह रेलवे ऑपरेशन, इंजीनियरिंग, और भूगोल के लिए एक महत्वपूर्ण डेटा होती है। यह जानकारी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और रेलवे सिस्टम को कुशलता से चलाने में मदद करती है।