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किसानों की ज़िन्दगी सवार देगी इस कंदमूल की खेती, एक बार लगाओ लगातार 4 महीने तक कमाओ

किसानों की ज़िन्दगी सवार देगी इस कंदमूल की खेती, एक बार लगाओ लगातार 4 महीने तक कमाओ, गाजर की खेती एक लाभदायक कृषि गतिविधि हो सकती है। यह सब्जी अपनी मिठास और पोषण मूल्य के लिए जानी जाती है। यदि आप गाजर की खेती शुरू करने की सोच रहे हैं, तो यह विस्तृत मार्गदर्शिका आपको सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करेगी।

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मिट्टी और जलवायु की आवश्यकताएं

  • मिट्टी: गाजर गहरी, उपजाऊ और अच्छी तरह से सूखा हुआ मिट्टी में सबसे अच्छा उगती है। मिट्टी का pH 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए।
  • जलवायु: गाजर ठंडे मौसम की फसल है, लेकिन यह गर्मी में भी उगाई जा सकती है। हालांकि, गर्म तापमान में जड़ें छोटी और तंतुमय हो सकती हैं।

किस्मों का चयन

गाजर की कई किस्में उपलब्ध हैं। आप अपनी जलवायु और बाजार की मांग के अनुसार किस्म का चयन कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय किस्में हैं:

  • नन्ही: छोटी और मीठी, साल भर उगाई जा सकती है।
  • पेरिस मार्केट: लंबी और नारंगी, सर्दियों में उगाने के लिए उपयुक्त।
  • न्यू रेड करेन्सी: गहरे लाल रंग की, अच्छी रखवाली वाली किस्म।

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खेत की तैयारी

  • जमीन का जुताई: बुवाई से पहले जमीन को अच्छी तरह से जुताई करें।
  • खाद: खेत में पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद या कंपोस्ट डालें।
  • सिंचाई: बुवाई से पहले खेत को अच्छी तरह से सिंचित करें।

बुवाई

  • बीज: अच्छे किस्म के बीज का चयन करें।
  • समय: गाजर की बुवाई शरद ऋतु या वसंत ऋतु में की जाती है।
  • गहराई: बीज को 1-1.5 सेमी की गहराई में बोएं।
  • दूरी: पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30-45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 10-15 सेमी रखें।

देखभाल

  • सिंचाई: गाजर को नियमित रूप से पानी दें, खासकर गर्मियों में।
  • खरपतवार नियंत्रण: खरपतवारों को नियमित रूप से निकालें।
  • उर्वरक: आवश्यकतानुसार उर्वरक डालें।
  • कीट और रोग नियंत्रण: कीटों और रोगों से बचाने के लिए उचित उपाय करें।

कटाई

  • समय: गाजर की कटाई बुवाई के 80-100 दिनों बाद की जाती है।
  • विधि: गाजर को सावधानी से खोदें और धूप में सुखाएं।

बीमारियाँ और कीट

गाजर को कई बीमारियां और कीट प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि जड़ सड़न, पत्ती का धब्बा और गाजर की मक्खी। इनसे बचाव के लिए उचित खेती तकनीकों का पालन करें और यदि आवश्यक हो, तो जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।

उपज

गाजर की उपज मिट्टी की गुणवत्ता, जलवायु और खेती की तकनीकों पर निर्भर करती है। औसतन, एक हेक्टेयर से 20-40 टन गाजर प्राप्त की जा सकती है।

अतिरिक्त सुझाव

  • गाजर को ठंडे और सूखे स्थान पर स्टोर करें।
  • गाजर को विभिन्न व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि सलाद, सूप और करी।
  • गाजर की खेती एक लाभदायक व्यवसाय हो सकती है।
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