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बिना खाद और मिट्टी के उगेगी सब्जी, इस नई तकनीक के जरिए शुरू कीजिये इस सब्जी की खेती, जाने इस सब्जी का नाम

बिना खाद और मिट्टी के उगेगी सब्जी, इस नई तकनीक के जरिए शुरू कीजिये इस सब्जी की खेती, जाने इस सब्जी का नाम।

नमस्ते दोस्तों आज आपके लिए हम एक बहुत ही शानदार फसल के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसमें आपको मिट्टी की जरूरत भी नहीं होती आज हम आपके लिए ऐसी फसल के बारे में बात करें जा रहे हैं जिनको पानी से हो गया जाता है यह एक बहुत ही तरह की सब्जियां होती है जिसको आप अपनी से उगा सकते हैं चलिए जानते हैं किस तरह से कैसी सब्जियों को उगा सकते हैं ।

आज हम आपको एक शानदार तकनीक के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप खाद और बी के बिना ही सब्जी उगा सकते हैं इस तकनीक का नाम हाइड्रोपोनिक्स है। इस शानदार तकनीक से संसाधनों की बचत और श्रम की खपत कम होती और साथ इससे अच्छी फसल कम पानी और काम पोषक तत्वों से बनाई जा सकती है।

हाइड्रोपोनिक्स की खेती की प्रक्रिया

इसकी खेती करने के लिए आपको सबसे पहले मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती और खनिज पदार्थ और पोषक तत्व बीजों और पौधों में मिलाया जाता है हाइड्रोपोनिक विकास मध्य में रॉक्कूल्य हाइड्रोकार्बन छोटी मिट्टी की चट्टानें नारियल फाइबर या चिप्स रेट और शामिल हो सकते हैं इसलिए इसे संरक्षित ढांचे में करना चाहिए। इस तकनीक से प्लास्टिक के पाइपों में बड़े छेद बनाये जाते है जहाँ छोटे छोटे पौधें लगाए जाते है इन्हें पानी से 25 से 30 प्रतिशत ग्रोथ मिलती है। हीड्रोपोनिक्स तकनीक सब्जियों की खेती में सफल हो चुकी है भारत में किसान छोटे पत्तों वाली सब्जियों की खेती कर रहे है जैसे शिमला मिर्च, धनिया, टमाटर, पालक, करेला ककड़ी अन्य सब्जियों की खेती इस तकनीक से आसानी से कर रहे है।

हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से बंपर मुनाफा

हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से उगने वाली सब्जी पोषक तत्वों से भरपूर होती है इसलिए हर साल इसकी मांग बाजार बढ़ती ही जा रही है बड़े पैमाने पर इस तकनीक का उपयोग करने में लगभग 50 से ₹60000 का खर्चा आता है और 100 वर्ग क्षेत्र में 200 सब्जी के पौधे लगाए जा सकते हैं जिससे किसानों की काफी तगड़ा मुनाफा देखने को मिलेगा।

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Muskan Kumari

मेरा नाम मुस्कान कुमारी है मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर हूँ। मुझे कंटेंट राइटिंग में लगभग 3 साल का अनुभव है। मैं अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च करके खेती-किसानी से जुड़े आर्टिकल लिखती हूँ।

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