खेती किसानी

प्रोटीन का पावर हाउस है बरसात में मिलनेवाली ये सब्जी, झारखंड की सबसे फेमस सब्जी, जाने इस सब्जी का नाम

प्रोटीन का पावर हाउस है बरसात में मिलनेवाली ये सब्जी, झारखंड की सबसे फेमस सब्जी, जाने इस सब्जी का नाम।

आज जिस सब्जी की बात कर उस सब्जी का नाम रुगड़ा कहा जाता है.वहीं कुछ लोग इसे पुटका के नाम से भी जानते है. इसको देशी नॉनवेज कहा जाता है. जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है. यदि आप झारखंड के रहनेवाले है तो आपने बाजारों में आदिवासी महिलाओं को रोड़ किनारे रुगड़ा बेचते जरुर देखा होगा। चलाये जानते है इस सब्जी की खेती किस तरह की जाती है।

रुगड़ा की सब्जी की खेती

जलवायु और स्थान

  • रुगड़ा की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु अनुकूल होती है। यह विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह से उगती है।
  • इसे सूरज की अच्छी रोशनी और पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है।
  • इसके लिए मध्यम जलवायु जैसे 25-35°C तापमान सबसे उपयुक्त होता है।

मिट्ठी

  • रुगड़ा की खेती के लिए उपजाऊ और जल-निकासी वाली मिट्टी चाहिए। यह रेतली या दोमट मिट्टी में अच्छे से उगती है।
  • मिट्टी में अच्छी जल धारण क्षमता होनी चाहिए, लेकिन पानी का रुकना नहीं चाहिए। यदि जल निकासी अच्छी नहीं होगी तो पौधे सड़ सकते हैं।
  • मिट्टी का pH स्तर 6-7 के बीच होना चाहिए।

बीज और रोपाई

  • रुगड़ा के पौधे बीजों से उगाए जाते हैं, जो आमतौर पर नरम और छोटे बीज होते हैं।
  • बीजों को गर्म पानी में 2-3 घंटे के लिए भिगोकर बोना चाहिए ताकि उनका अंकुरण जल्दी हो।
  • रोपाई करने से पहले खेत को अच्छे से जोतकर समतल करना चाहिए।
  • बीज को 2-3 सेंटीमीटर गहरे बोएं और पंक्तियों के बीच लगभग 50-60 सेंटीमीटर की दूरी रखें।

कीट और रोग

  • रुगड़ा के पौधों पर कीटों और रोगों का प्रभाव हो सकता है, खासकर आलावा, सफेद मच्छर, और फफूंद।
  • विभिन्न जैविक कीटनाशकों या रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग किया जा सकता है।
  • नीम का तेल और टेमीफोस जैसे कीटनाशक विशेष रूप से उपयोगी होते हैं।
  • पौधों में रूट रोट की समस्या हो सकती है, इसलिए नियमित रूप से मिट्टी का निरीक्षण करें और यदि जरूरी हो तो पत्तियों की सफाई करें।

कटाई

  • रुगड़ा की सब्जी की कटाई आमतौर पर 50-60 दिन के बाद शुरू की जा सकती है।
  • जब फलों का आकार लगभग 10-15 सेंटीमीटर हो और उनका रंग हरा और चमकदार हो, तब उन्हें काटना चाहिए।
  • इसे चाकू या कैंची से सावधानी से काटें ताकि पौधों को नुकसान न पहुंचे।
  • यदि सही समय पर काटा जाए तो यह स्वाद में ज्यादा अच्छा होता है।

कमाई

इस फल की कीमत की बात की जाए तो मार्केट में 2000 हजार रूपये किलो है इस फल की कीमत। इस फल को हर कोई खाना भी बेहद पसंद करता और इस फल की बाजार में डिमांड तो बनी ही रहती है। अगर आप इस फल का कारोबार करते है तो आपकी महीने में बहुत तगड़ी कमाई होगी। आपको बता दे आप इस फल की खेती एक दो एकड़ में भी कर सकते है। जिससे आप अपना कारोबार बड़े स्तर पर कर सके।

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Muskan Kumari

मेरा नाम मुस्कान कुमारी है मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर हूँ। मुझे कंटेंट राइटिंग में लगभग 3 साल का अनुभव है। मैं अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च करके खेती-किसानी से जुड़े आर्टिकल लिखती हूँ।

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